Monday 20 July 2009

गज़ल,गज़ल,गज़ल

्मित्रो
जैसा ब्लाग आरम्भ में लिखा है
यह ब्लाग गज़ल प्रेमियों के लिये है
अगर आप गज़ल लिखते हैं और उस पर इस्लाह¨यानि परामर्श चाहते हैं
या आप गज़ल के छंद से अच्छी तरह वाकिफ़ हैं और और लोगों को सिखाना चाहते हैं .
दोनो हालात में आपका इस ब्लाग पर स्वागत है
हम आरम्भ में हर सप्ताह केवल एक गज़ल पर इस्लाह करेंगे
आप अगर इस्लाह चाहते हैं तो अपनी गज़ल lalbujhkad@gmail.com पर प्रेषित करें
गजल पर परामर्श ब्लाग पर ही पोस्ट होगा,लेकिन गजल लेखक का नाम न दिया जाएगा,
अगर आप परामर्श मंडल के सदस्य बनना चाहें तो अपना प्रोफ़ाइल डाक पते व घुमन्तू भाष सहित मेल करें इसके पश्चात ही आगे की कार्यवाही होगी और चयन होने पर आपको सूचना दी जाएगी.यह एक स्वयंसेवी कोशिश भर है
न तो परामर्श की कोई फ़ीस है न ही परामर्शकर्ता को कोई मानदेय दिया जाएगा,
यहां तक की हम अभी परामर्शकर्ता का नाम भी इस ब्लाग पर न देंगे
जो घर फ़ूंके आपना चले हमारे साथ